tag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post101714864368444232..comments2023-10-19T06:34:42.677-07:00Comments on मुस्कुराते पल-कुछ सच कुछ सपने: कई रंग हमने जमाने के देखें,कहीं भूखमरी है,कहीं धन भरा है-----(विनोद कुमार पांडेय)विनोद कुमार पांडेयhttp://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-91560541666772685982010-04-14T00:20:04.035-07:002010-04-14T00:20:04.035-07:00Thoda kyun Bhai, POORE khare ho!
Sach hi to bola h...Thoda kyun Bhai, POORE khare ho!<br />Sach hi to bola hai!सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-70253388037006579202010-04-13T06:11:42.922-07:002010-04-13T06:11:42.922-07:00Tabahiyon ke zimmedaar sar fire hee hote hain..kya...Tabahiyon ke zimmedaar sar fire hee hote hain..kya kamal ki rachana hai..!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-16372362579410792222010-04-09T12:43:14.718-07:002010-04-09T12:43:14.718-07:00खूबसूरत प्रस्तुति...आपका ब्लॉग बेहतरीन है..शुभकामन...खूबसूरत प्रस्तुति...आपका ब्लॉग बेहतरीन है..शुभकामनायें.<br /><br /><br />************************<br />'सप्तरंगी प्रेम' ब्लॉग पर हम प्रेम की सघन अनुभूतियों को समेटे रचनाओं को प्रस्तुत करने जा रहे हैं. यदि आप भी इसमें भागीदारी चाहते हैं तो अपनी 2 मौलिक रचनाएँ, जीवन वृत्त, फोटोग्राफ hindi.literature@yahoo.com पर मेल कर सकते हैं. रचनाएँ व जीवन वृत्त यूनिकोड फॉण्ट में ही हों.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-54475364027600002502010-04-09T01:46:11.882-07:002010-04-09T01:46:11.882-07:00कई रंग हमने जमाने के देखें,कहीं भूखमरी है,कहीं धन ...कई रंग हमने जमाने के देखें,कहीं भूखमरी है,कहीं धन भरा है,<br /><br />यही वर्ग विभेद तो प्रताड़ित करता है मित्र ,,, और सारी समस्याओं की जननी भी यही है ,,, अब फिर एक बार आप के बारे में कहूँगा जरूर आप की रचनाये आप का ही प्रतिबिम्ब दिखाती है ,, आप के ह्रदय में आम जन और और उनकी पीड़ा के प्रति कितनी पीड़ा है<br />मै नतमस्तक हूँ<br />सादर<br />प्रवीण पथिक<br />9971969084प्रवीण शुक्ल (प्रार्थी)https://www.blogger.com/profile/01003828983693551057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-88068226543391474812010-04-08T04:12:52.653-07:002010-04-08T04:12:52.653-07:00हमेशा की तरह बेहद सुन्दर रचना! बहुत बढ़िया लिखा है...हमेशा की तरह बेहद सुन्दर रचना! बहुत बढ़िया लिखा है आपने! हर एक पंक्तियाँ शानदार है!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-80158236826966992412010-04-06T04:58:02.100-07:002010-04-06T04:58:02.100-07:00ये पैसा,ये रुपया,ये दौलत,ये शोहरत,
समझता है सब कुछ...ये पैसा,ये रुपया,ये दौलत,ये शोहरत,<br />समझता है सब कुछ इसी में धरा है,<br /><br />विनोद भाई बहुत बढ़िया और सीधे सीधे कहा है... बहुत पसंद आये ये तेवर.<br /><br />वहीं आज बनता है,सबसे बड़ा,<br />हज़ारों दफ़ा जो नज़र से गिरा है<br /><br />और ये शेर तो मेरे एक करीबी रिश्तेदार के लिए... जो बात मैं कहना चाहता था वो आपने कह दिया.. शुक्रिया.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-80564619391338138322010-04-06T00:34:31.549-07:002010-04-06T00:34:31.549-07:00कई रंग हमने जमाने के देखें,
कहीं भूखमरी है,कहीं धन...कई रंग हमने जमाने के देखें,<br />कहीं भूखमरी है,कहीं धन भरा है ...<br />Yatharth ke dharatal me gahari utarti rachna ..... samajik bidambana kee khaee ko darshati...<br />Haardik shubhkamnayne/....कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-3404690082812880222010-04-05T22:10:33.917-07:002010-04-05T22:10:33.917-07:00बहुत सुन्दर मेरी हाजरी लगा लो । समय कम है आशीर्वाद...बहुत सुन्दर मेरी हाजरी लगा लो । समय कम है आशीर्वादनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-87125501059498091322010-04-05T05:19:16.328-07:002010-04-05T05:19:16.328-07:00हर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।हर शब्द में गहराई, बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-6465592178306267982010-04-05T05:19:16.327-07:002010-04-05T05:19:16.327-07:00इस बेहतरीन रचना के लिये बधाई और हमें पढवाने के लिय...इस बेहतरीन रचना के लिये बधाई और हमें पढवाने के लिये आभारसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-92091306955239503042010-04-05T03:40:37.190-07:002010-04-05T03:40:37.190-07:00बहुत सही उकेरा है ..है भी ऐसा ही ...भूकमरी को भुकम...बहुत सही उकेरा है ..है भी ऐसा ही ...भूकमरी को भुकमरी कर लें |शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-47226691089933735072010-04-04T09:54:43.076-07:002010-04-04T09:54:43.076-07:00कहीं भुखमरी , कहीं धन
यही हैं जमाने के रंग - बदरं...कहीं भुखमरी , कहीं धन <br />यही हैं जमाने के रंग - बदरंग.....<br />बहुत बढिया.....Dr. Shashi Singhalhttps://www.blogger.com/profile/02251500480548660356noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-44760949016080261442010-04-04T06:59:41.218-07:002010-04-04T06:59:41.218-07:00bahut hi saarthak rachna. badhayi.bahut hi saarthak rachna. badhayi.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-23173582295329310612010-04-03T09:57:12.148-07:002010-04-03T09:57:12.148-07:00बहुत खरी बात,आभार.बहुत खरी बात,आभार.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-63629399932708487232010-04-02T08:55:55.020-07:002010-04-02T08:55:55.020-07:00बहुत सुंदर कविता ....बहुत सुंदर कविता ....अंजना https://www.blogger.com/profile/07031630222775453169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-33119428476876650842010-04-02T07:42:24.417-07:002010-04-02T07:42:24.417-07:00वाह क्या बात है अच्छी गज़ल के लिए बधाई।
वहीं को वह...वाह क्या बात है अच्छी गज़ल के लिए बधाई।<br />वहीं को वही<br />देखें को देखे<br />टंकण में बिंदी अधिक लग गई लगता है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-68196271656647736202010-04-02T02:52:55.663-07:002010-04-02T02:52:55.663-07:00कटु सत्य है जी ये तो
इस बेहतरीन रचना के लिये बधाई...कटु सत्य है जी ये तो<br /><br />इस बेहतरीन रचना के लिये बधाई और हमें पढवाने के लिये आभार<br /><br />प्रणाम स्वीकार करेंअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-86350574134046253662010-04-02T01:53:18.612-07:002010-04-02T01:53:18.612-07:00कई रंग हमने जमाने के देखें,
कहीं भूखमरी है,कहीं धन...कई रंग हमने जमाने के देखें,<br />कहीं भूखमरी है,कहीं धन भरा है ...<br /><br />विनोद जी .. चाहे आपके व्यंग हों या हास्य या अन्य रचना ... मानवीय संवेदना को आप गहरे छूते हैं .. बाहित ही सार्थक लिखा है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-18521703690705674322010-04-01T21:40:33.090-07:002010-04-01T21:40:33.090-07:00शायद पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ.आप तो बहुत ही ...शायद पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ.आप तो बहुत ही बढ़िया गजलें लिख रहे हैं. इतनी कठिन बहर में इतने सार्थक शेर पैदा कमाल है. एकाध जगह थोड़ा मात्राओं की कमी अखरी जरूर मगर यह तो जब दुबारा देखेंगे तो दुरुस्त कर ही लेंगे. <br />आपने सतीश जी के ब्लॉग पर मेरा समर्थन किया, भाई, शुक्रिया ही कह सकता हूँ<br />उम्मीद है, यह प्यार बनाए रखेंगे.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-69122747698586670782010-04-01T20:03:53.665-07:002010-04-01T20:03:53.665-07:00बेहद संवेदनशील और बहुत कुछ कहती है रचना।बेहद संवेदनशील और बहुत कुछ कहती है रचना।Kulwant Happyhttps://www.blogger.com/profile/04322255840764168300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-12844105582898967992010-04-01T13:28:23.275-07:002010-04-01T13:28:23.275-07:00समझ में न आए,कि क्या माजरा है,
ये इंसान है,या कोई ...समझ में न आए,कि क्या माजरा है,<br />ये इंसान है,या कोई सिरफिरा है,<br />अजी यह कमीना नेता है.... ओर वो भी ....<br />बहुत सुंदर कविता कही आप ने<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-44699775656177546852010-04-01T11:28:03.245-07:002010-04-01T11:28:03.245-07:00बहुत अच्छा .....वाकई में यही सच्चाई है, विनोद !
म...बहुत अच्छा .....वाकई में यही सच्चाई है, विनोद !<br />मूर्ख दिवस पर एक गंभीर रचना ...लीक से हठ कर ..<br />शुभकामनायेंSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-84114349544691057952010-04-01T09:08:18.318-07:002010-04-01T09:08:18.318-07:00ये पैसा,ये रुपया,ये दौलत,ये शोहरत,
समझता है सब कुछ...ये पैसा,ये रुपया,ये दौलत,ये शोहरत,<br />समझता है सब कुछ इसी में धरा है,<br />क्या तंज है!!! <br />बहुत सुन्दर <br />दुनिया तो पैसे को ही सब कुछ समझती हैM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.com