tag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post2051421948423385323..comments2023-10-19T06:34:42.677-07:00Comments on मुस्कुराते पल-कुछ सच कुछ सपने: भगवान भी हैरान है,क्या चीज़ है यह आदमी---(विनोद कुमार पांडेय)विनोद कुमार पांडेयhttp://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-34041826914231985862010-11-05T11:25:46.419-07:002010-11-05T11:25:46.419-07:00आपको दीपावली की ढेर सारी शुभकामनायें ।आपको दीपावली की ढेर सारी शुभकामनायें ।palashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-17594003566452347762010-11-05T01:20:32.616-07:002010-11-05T01:20:32.616-07:00दीपावली की शुभकामनाओं के साथ इस प्यारी रचना के लिए...दीपावली की शुभकामनाओं के साथ इस प्यारी रचना के लिए ढेरों बधाईVIJAY KUMAR VERMAhttps://www.blogger.com/profile/06898153601484427791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-47005822635064342512010-11-04T03:46:54.700-07:002010-11-04T03:46:54.700-07:00दीपावली के इस पावन पर्व पर आप सभी को सहृदय ढेर सार...दीपावली के इस पावन पर्व पर आप सभी को सहृदय ढेर सारी शुभकामनाएंDeepak chaubeyhttps://www.blogger.com/profile/14845743567136269530noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-58774032345306075182010-11-03T01:18:59.946-07:002010-11-03T01:18:59.946-07:00ठगने लगे हैं लोग अब इंसानियत के नाम पर
भगवान भी है...ठगने लगे हैं लोग अब इंसानियत के नाम पर<br />भगवान भी हैरान है,क्या चीज़ है यह आदमी ..<br /><br />विनोद जी नमस्कार ... आपकी इस ग़ज़ल का आनंद तो गुरुदेव के ब्लॉग पर लिया था .. आज दुबारा वही आनंद महसूस कर रहा हूँ .... जन चेतना से लिप्त आपके शेर गज़ब कर देते हैं .... <br />आपको और आपके परिवार को दीपावली की शुभकामनाएं ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-32519475580798538202010-11-01T11:41:05.291-07:002010-11-01T11:41:05.291-07:00खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
सादर
डोरोथी.खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.<br />सादर <br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-53116194436429649722010-11-01T11:04:05.365-07:002010-11-01T11:04:05.365-07:00जो वाहवाही कर रहे थे, आज हमसे हैं खफा
एक बार सच क्...जो वाहवाही कर रहे थे, आज हमसे हैं खफा<br />एक बार सच क्या कह दिया, ऐसी मची है,खलबली<br /><br />ऐसा ही होता है.... अच्छी प्रस्तुति..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-28082859823772026472010-11-01T00:07:31.205-07:002010-11-01T00:07:31.205-07:00चट्टान को भी चीर कर जिसने बनाया रास्ता
क्या हो गया...चट्टान को भी चीर कर जिसने बनाया रास्ता<br />क्या हो गया है आज क्यों, सूखी पड़ी है वो नदी<br /><br />ठगने लगे हैं लोग अब इंसानियत के नाम पर<br />भगवान भी हैरान है,क्या चीज़ है यह आदमी<br /><br />कल रात ही एक और ने भी हार मानी भूख से<br />पाए गये आँसू ज़मीं पे रो पड़ा था चाँद भी<br />Wah! Kya alfaaz chune hain!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-53854151823842014532010-10-31T23:10:43.073-07:002010-10-31T23:10:43.073-07:00सुंदर भाव लिए गजल |बधाई
आशासुंदर भाव लिए गजल |बधाई <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-35255562286830199312010-10-31T22:26:54.611-07:002010-10-31T22:26:54.611-07:00पढ चुकी हूँ मगर फिर भी बार बार पढने को दिल चाहता ह...पढ चुकी हूँ मगर फिर भी बार बार पढने को दिल चाहता है ऐसी उम्दा गज़ल। हर एक शेर लाजवाब। बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-11148526625782759982010-10-31T09:03:47.399-07:002010-10-31T09:03:47.399-07:00बहुत खुब जी, किस किस शेर की तरीफ़ करे सब एक से बढ क...बहुत खुब जी, किस किस शेर की तरीफ़ करे सब एक से बढ कर एकराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-54406394348164504422010-10-31T08:27:58.899-07:002010-10-31T08:27:58.899-07:00ठगने लगे हैं लोग अब इंसानियत के नाम पर
भगवान भी है...ठगने लगे हैं लोग अब इंसानियत के नाम पर<br />भगवान भी हैरान है,क्या चीज़ है यह आदमी<br /><br />वाह , क्या बात कह दी ।<br />बहुत बढ़िया ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-26538729935407981182010-10-31T07:22:25.829-07:002010-10-31T07:22:25.829-07:00चट्टान को भी चीर कर जिसने बनाया रास्ता
क्या हो गया...चट्टान को भी चीर कर जिसने बनाया रास्ता<br />क्या हो गया है आज क्यों, सूखी पड़ी है वो नदी<br /><br />ठगने लगे हैं लोग अब इंसानियत के नाम पर<br />भगवान भी हैरान है,क्या चीज़ है यह आदमी<br /><br />बहुत बढ़िया ....सुन्दर अभिव्यक्तिसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-52332672452846896252010-10-31T06:51:56.277-07:002010-10-31T06:51:56.277-07:00वो दौर था,जब दोस्ती में जान भी कुर्बान थी
अब जान ल...वो दौर था,जब दोस्ती में जान भी कुर्बान थी<br />अब जान लेने की नई तरकीब भी है दोस्ती<br />इस गजल की हर एक पंक्ति गहरे अर्थ संप्रेषित करती है , सही लिखा है आपने , दोस्ती करना आज के दौर में खतरे से खाली नहीं , आज संबंधों की महता समझता ही कौन है , इसलिय तो कहना पड़ा क्या चीज है आदमी ....!<br />चलते -चलते पर पढ़ें .....संसार पाया होता <br />शुभकामनायेंकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-80565671442181834522010-10-31T06:26:57.557-07:002010-10-31T06:26:57.557-07:00कल रात ही एक और ने भी हार मानी भूख से
पाए गये आँसू...कल रात ही एक और ने भी हार मानी भूख से<br />पाए गये आँसू ज़मीं पे रो पड़ा था चाँद भी<br /><br />बेहतरीन्…………शानदार्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com