tag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post914356143115677084..comments2023-10-19T06:34:42.677-07:00Comments on मुस्कुराते पल-कुछ सच कुछ सपने: जब आप सुधर गये, तो एक दिन वो भी सुधर जाएगा.विनोद कुमार पांडेयhttp://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comBlogger23125tag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-22146897933910769752010-01-22T06:49:13.999-08:002010-01-22T06:49:13.999-08:00बहुत आनंद आया...बहुत आनंद आया...समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-61678734888593693022010-01-20T23:21:14.388-08:002010-01-20T23:21:14.388-08:00आपको और आपके परिवार को वसंत पंचमी और सरस्वती पूजन ...आपको और आपके परिवार को वसंत पंचमी और सरस्वती पूजन की हार्दिक शुभकामनायें!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-66239502639008705702010-01-19T23:29:38.711-08:002010-01-19T23:29:38.711-08:00मित्र सबसे पहले तो माफ़ी बहुत दिन से आप के ब्लॉग पर...मित्र सबसे पहले तो माफ़ी बहुत दिन से आप के ब्लॉग पर नहीं आ प रहा हूँ ये मेरे खराब स्वस्थ के कारण हुआ ,,, आधुनिक पीढ़ी पर किस कदर बिगड़ रही है इस पर आप हमेशा ही अपनी कविता की अमूल्य लाय्नो के द्वारा कताक्स करते रहते है ,, आज समाज पर टी वी में दिखाए जा रहे भर्मित(मै तो इन्हें मूर्ख बनाए बाले कहूँगा ) विज्ञापनों का क्या असर पड रहा है आप ने हास्य हास्य में ही तीखी चोट की है<br />धन्यवाद<br />सादर प्रवीण पथिक<br />9971969084<br />Rrgardsप्रवीण शुक्ल (प्रार्थी)https://www.blogger.com/profile/01003828983693551057noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-59017755769751219692010-01-19T19:35:50.958-08:002010-01-19T19:35:50.958-08:00विनोद जी कमाल करके...नया रूप भी पसंद आ गया। अपनु क...विनोद जी कमाल करके...नया रूप भी पसंद आ गया। अपनु का भाई छा गया।Kulwant Happyhttps://www.blogger.com/profile/04322255840764168300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-27719520004640078462010-01-19T06:12:03.086-08:002010-01-19T06:12:03.086-08:00वाह, राकेश भाई।
हास्य पर अच्छी पकड़ है।
हास्य भी ...वाह, राकेश भाई। <br />हास्य पर अच्छी पकड़ है। <br />हास्य भी और सन्देश भी। <br />लगे रहो।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-52924414392321579762010-01-18T23:41:03.439-08:002010-01-18T23:41:03.439-08:00बहुत सुन्दर और मज़ेदार रचना लिखा है आपने! हर एक पंक...बहुत सुन्दर और मज़ेदार रचना लिखा है आपने! हर एक पंक्तियाँ बहुत अच्छी लगी ! इस लाजवाब और बेहतरीन रचना के लिए बधाई!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-84497162367193164182010-01-18T05:21:11.306-08:002010-01-18T05:21:11.306-08:00आनंद आ गया विनोद जी ......... सब टी वी का कसूर है ...आनंद आ गया विनोद जी ......... सब टी वी का कसूर है .......... बहुत अच्छा हास्य है आपकी रचनाओं में ........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-87387659101078765732010-01-18T01:05:02.414-08:002010-01-18T01:05:02.414-08:00बहुत ही बढ़िया...अच्छा हास्य मिश्रित व्यंग है
.पर ...बहुत ही बढ़िया...अच्छा हास्य मिश्रित व्यंग है<br />.पर कोकाकोला तो ठंढा का पर्याय बन ही गया है...एक बार मैंने समोसे ऑर्डर किये...और पूछा,ठंढा है?.दुकानदार ने कहा कहा,'हाँ'....मुझे अच्छा भी लगा,अपने समोसे को ठंढा बता रहा है,बहुत ईमानदार दुकानदार है...पर समोसे गरम थे...जब मैंने पूछा,'तुमने तो कहा ठंढा है"..तो वह उलझन में बोला,'हाँ है ना..क्या चाहिए,कोकल कोला,थम्स अप?'rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-14374969074216965772010-01-17T23:18:23.972-08:002010-01-17T23:18:23.972-08:00दूरदर्शन के प्रभाव से ग्रसित बच्चों की बात को हलके...दूरदर्शन के प्रभाव से ग्रसित बच्चों की बात को हलके फुलके सुन्दर अंदाज़ में कहा है....<br />हास्य रचना पढ़ कर आनंद आयासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-14987267688146250092010-01-17T23:02:58.490-08:002010-01-17T23:02:58.490-08:00बाह जी! बहुत खूब..बहुत आनंद आयाबाह जी! बहुत खूब..बहुत आनंद आया Bhawna Kukretihttps://www.blogger.com/profile/01524665656092886448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-47726988395795610902010-01-17T21:35:55.577-08:002010-01-17T21:35:55.577-08:00वाह वाह नये अन्दाज़ मे आधुनिकता की पोल बहुत अच्छे स...वाह वाह नये अन्दाज़ मे आधुनिकता की पोल बहुत अच्छे से खोली है। आज कल के बच्चों के लिये सही म ठँडे पानी का अर्थ् ही कोका कोला है। बीवी की बात सही है हम ही बच्चों को सही संस्कार नहीं देते जिस दिन हम सुधर जायेंगे बच्चे भी सुधर जायेंगे। बहुत सटीक व्यंग है। धन्यवाद और शुभकामनायें। आपका ये प्रयास बहुत अच्छा लगा समाज मे फैली कुरितियों के खिलाफ एक जंग छेडना। बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-25403273984392358762010-01-17T21:28:27.670-08:002010-01-17T21:28:27.670-08:00विनोद जी एकदम सही बात कही रचना के माध्यम से, यही ...विनोद जी एकदम सही बात कही रचना के माध्यम से, यही घुन तो लग गया आज की पीढी के दिमाग में जो इतनी सारी आत्महत्या की घटनाये हो रही है !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-33123161519394079662010-01-17T21:12:25.865-08:002010-01-17T21:12:25.865-08:00WAH! KYA BAAT HAI.NARAYAN NARAYANWAH! KYA BAAT HAI.NARAYAN NARAYANगोविंद गोयल, श्रीगंगानगर https://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-35753763389184092922010-01-17T18:12:52.573-08:002010-01-17T18:12:52.573-08:00ठंडा मतलब कोकाकोला...
भारत का दिल वोल्टास...
विन...ठंडा मतलब कोकाकोला...<br /><br />भारत का दिल वोल्टास...<br /><br />विनोद भाई एड कंपनियों को कहीं आपने तो ही नहीं ये ज़़ोरदार स्लोगन दिए थे...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-28993963074965671282010-01-17T17:46:33.508-08:002010-01-17T17:46:33.508-08:00मज़ेदार!मज़ेदार!हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-67169497223516884842010-01-17T09:02:39.997-08:002010-01-17T09:02:39.997-08:00बहुत खुब बेटा आखिर बाप पर जायेगा,पडोसी पर थोडे ही:...बहुत खुब बेटा आखिर बाप पर जायेगा,पडोसी पर थोडे ही:)राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-46979102090079742932010-01-17T08:21:05.998-08:002010-01-17T08:21:05.998-08:00Kaash aisee boltee ham bhi band kar saken!Kaash aisee boltee ham bhi band kar saken!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-24270857980933426732010-01-17T07:39:52.142-08:002010-01-17T07:39:52.142-08:00'मजाकिया अंदाज' वाली हलकी-फुलकी रचना अच्छी...'मजाकिया अंदाज' वाली हलकी-फुलकी रचना अच्छी लगी. विनोद जी धन्यवाद्.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-33413944099011697972010-01-17T07:35:59.774-08:002010-01-17T07:35:59.774-08:00बाह जी! बहुत खूब!! मज़ेदार प्रस्तुति।बाह जी! बहुत खूब!! मज़ेदार प्रस्तुति।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-82511290630610369382010-01-17T07:33:33.048-08:002010-01-17T07:33:33.048-08:00वाह विनोद भाई वाह , कितनी सरलता से आपने इतनी खूब ब...<i> <b> वाह विनोद भाई वाह , कितनी सरलता से आपने इतनी खूब बात कह दी , बेशक टीवी का असर दोनों पर था बाप पर भी बेटे पर भी मगर रामायण की जगह कोकाकोला ने सारी बात कह दी </b> </i><br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-24900386995965936732010-01-17T07:22:00.407-08:002010-01-17T07:22:00.407-08:00बहुत सही लिखा है .. 1990 के दशक से ही टीवी का हमार...बहुत सही लिखा है .. 1990 के दशक से ही टीवी का हमारे दिलोदिमाग में नशा छाया है .. जब हम नहीं बचे तो बच्चे कैसे बचेंगे ??संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-10590252257246946312010-01-17T07:16:51.953-08:002010-01-17T07:16:51.953-08:00पप्पू का बचपन है यह
तो
पप्पू इसमें पचपन का हुआ।...पप्पू का बचपन है यह<br /> तो<br />पप्पू इसमें पचपन का हुआ।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-753155762960045309.post-15868950464206897772010-01-17T06:56:48.853-08:002010-01-17T06:56:48.853-08:00वाकई ,बहुत आनंद आया,आभार.वाकई ,बहुत आनंद आया,आभार.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.com