अभी कुछ दिन पहले आज की ग़ज़ल पर एक संपन्न तरही मुशायरा में प्रस्तुत मेरी एक ग़ज़ल जिसमें मैं कुछ लाइन और जोड़ कर आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ..
बैठ मेरे तू पास रे जोगी,
बात कहूँ कुछ खास रे जोगी
गेरुआ कपड़ा,चंदन,टीका,
सब कुछ है,बकवास रे जोगी
तुझे पता है,सच्चाई कि,
हर दिल रब का वास रे जोगी
फिर क्यों ऐसा वेश बनाया,
किसकी तुम्हे तलाश रे जोगी
कौन सुनेगा तेरी टेरी,
सब हैं जिंदा लाश रे रोगी
रंग बदलते इंसानों का,
नही रहा विश्वास रे जोगी
अपनों ने ही गर्दन काटी,
देख ज़रा इतिहास रे जोगी
आज ग़रीबी के आगे तो,
मंद पड़े उल्लास रे जोगी
बाँटे दर्द दूसरों का यह,
कौन करें अभ्यास रे जोगी
देख तमाशा इस दुनिया का,
होना नही उदास रे जोगी
मरहम पास हमेशा रखो,
छोड़ो अब सन्यास रे जोगी
फेंको अपनी झोला-झंडी,
हो जाओ बिंदास रे जोगी.
रंग बदलते इंसानों का
ReplyDeleteनहीं रहा विश्वास रे जोगी
वह बहुत खूब ,लेकिन हम कुछ अर्ज करेंगे ...
आज इन्सान नहीं बदला रे जोगी
मजबूरी ने बदला,इंसानों का जमीर रे जोगी
मजबूरों की मदद करो तो पैदा होगा इन्सान रे जोगी ....
मुझे पसन्द आया आभार
ReplyDeleteफ़ेंको अपना झोला झंडी
ReplyDeleteहो जाओ बिंदास रे जोगी
बहुत बढिया पसंद आया
आभार
फ़ेंको अपना झोला झंडी
ReplyDeleteहो जाओ बिंदास रे जोगी
है राम यह मेनका हर युग मै क्यो आती है... बेचारा भोगी... अरे नही.... बेचारा जोगी
बहुत अच्छी ग़ज़ल!
ReplyDeleteफेंको अपनी झोला-झंडी,
ReplyDeleteहो जाओ बिंदास रे जोगी.
बिन्दासपने के बिना अब काम भी नहीं चलने वाला है
बहुत सुन्दर
आज कौन है जोगी? मन को ही जोगी बनाना पडेगा।
ReplyDeleteras aayi jogi ki kavita
ReplyDeletebahut achha laga pad kar bahut khub
http://kavyawani.blogspot.com/
बहुत ज्यादा पसन्द आयी आपकी आज की यह पोस्ट
ReplyDeleteइस उत्कृष्ट रचना के लिये शुक्रिया जी
हरेक पंक्ति बहुत अच्छी लगी
प्रणाम स्वीकार करें
बहुत खूब..........
ReplyDeleteबढ़िया शे'र !
वाह क्या बात है! बहुत ही सुन्दर और शानदार ग़ज़ल लिखा है आपने! बधाई!
ReplyDeletebahut badhiya ji!
ReplyDeleteKya kamal ka fan hasil hai aapko!
ReplyDeleteAre banarasi babau, aap to kabir jaise hi kau rahe hain. bahut achchha.aap ke liye ek aur jodata hun------
ReplyDeletekahsi men ab kya rakha hai
kar tu maghar vas re jogi.
mera blog kabira bole
rakh tu apne pas re jogi
wahwa Bhatije...wah
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