आदरणीय सरोज़िनी जी एवं योगेंद्र नारायण जी एवं सभी गणमान्य लोग दीप वाणी पूजन करते हुए
कायाकल्प के महासचिव एवं कवि दीपक श्रीवास्तव जी सरोजिनी जी से सम्मान ग्रहण करते हुए
माननीय योगेंद्र जी से सम्मान ग्रहण हुए मैं यानि विनोद
और अंत में मंच पर काव्य पाठ करते हुए मैं
चलिए अब आप सब के समक्ष प्रस्तुत है एक हास्य छ्न्द जो उन दिनो लिखी थी जब माई नेम इज ख़ान रिलीज़ विवाद चल रहा था.
बी. ए. पास बाप हो जो आजकल तब जानो,
हो जाएगी बेटे की पढ़ाई में बेइज़्ज़ती,
मूरख जो चेला हो तो उसको संभालें रखो,
कर देगा किसी दिन बड़ाई में बेइज़्ज़ती,
माई नेम इज ख़ान,रिलीज़ हो गया था देखो,
आन,बान,शान की लड़ाई में बेइज़्ज़ती,
बाल ठाकरे सा शेर मांद में घुसा जो फिर,
बुढऊ की हो गई बुढाई में बेइज़्ज़ती.
15 comments:
Achhee tasveeren hain...ye nahi samajh aya ki deshbhakti ke naam pe kya karne ka sankalp hai?
इस सम्मान की आप को बधाई हो जी, सभी चित्र बहुत सुंदर लगे, धन्यवाद
lovely pics...and congrats !
अच्छा मंच पर कविता करते हो ?
चलिए कवि संगम की मासिक गोष्टी में आप आमंत्रित हैं ।
दिन जल्दी ही ।
सुन्दर तस्वीरों के साथ बेहतरीन प्रस्तुती! आपको बहुत बहुत बधाई!
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
हिन्दी, भाषा के रूप में एक सामाजिक संस्था है, संस्कृति के रूप में सामाजिक प्रतीक और साहित्य के रूप में एक जातीय परंपरा है।
हिन्दी का विस्तार-मशीनी अनुवाद प्रक्रिया, राजभाषा हिन्दी पर रेखा श्रीवास्तव की प्रस्तुति, पधारें
वाह भैया बधाई और सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनायें
तस्वीरें देख कर ही पता चल रहा है कि ये समारोह कितना भव्य था। बहुत बहुत बधाई कविता {व्यंग} बहुत अच्छा लगा। शुभकामनायें।
आपको एवं आपके परिवार को गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें ! भगवान श्री गणेश आपको एवं आपके परिवार को सुख-स्मृद्धि प्रदान करें !
सम्मान के लिये बधाई और गणेश चतुर्थी पर हार्दिक शुभकामनाये!
वाह विनोद जी ... जाँच रहे हैं बहुत ही .... मजेदार छन्द है आज तो ......
इस सम्मान की आप को बधाई हो.बहुत अच्छी प्रस्तुति।
बधाई हो...शानदार तस्वीरें, सुन्दर रपट और बढिया कविता.
बढ़िया कविता ..सारे चित्र बहुत ही सुन्दर हैं
सुंदर चित्र।
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