Saturday, July 8, 2017

लालू यादव जी और घोटाला -- (विनोद कुमार पांडेय )



आज के ज़माने में दस बच्चों को पाल-पोष कर बड़ा करना ,इतना आसान नहीं है | रिस्क तो लेना ही पड़ता है  




3 comments:

pritima vats said...

बढ़िया कमेंट है ।

ताऊ रामपुरिया said...

सटीक व्यंग सर.:)
रामराम
#हिन्दी_ब्लॉगिंग

प्रतिभा सक्सेना said...

बेकार हल्ला मचाए हैं ,लोगों की समझ में आए तब न!