चंद लम्हें थे मिले,भींगी सुनहरी धूप में,
हमने सोचा हँस के जी लें,जिन्दगानी फिर कहाँ
Tuesday, December 30, 2014
सूर्य अस्त पंजाबी मस्त---(विनोद कुमार पाण्डेय )
अजय देवगन जी ने इशारों -इशारों में "सूर्य अस्त पंजाबी मस्त " क्या कह दिया कि पंजाब सरकार तो एकदम से ही नशाखोरी ख़त्म करने पर लग गई । कभी-कभी सिनेमा वाले भी बढ़िया समाज सेवा का काम कर जाते हैं
No comments:
Post a Comment